बिहार में चुनाव होने है और बिहार विधानसभा चुनावों के पहले चरण के लिए कैंडिडैटो को हलफनामे दाखिल करने थे, उनकी स्क्रूटिनी करने और नामांकन वापस करने की तारीख समाप्त हो चुकी है। पहले चरण की 71 विधानसभा सीटों के लिए 1066 में से 1064 कैंडिडैटो के एडीआर (एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स) द्वारा जुटाए गए आंकड़ों के मुताबिक, 35% यानी 375 उम्मीदवार करोड़पति हैं और उनकी औसतन संपत्ति 1.99 करोड़ रुपये है।
एडीआर के आंकड़ों के मुताबिक, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के 41 में से 39 (95%), जनता दल (यूनाइटेड) मतलब जेडीयू के 35 में से 31 (89%), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के 29 में से 24 (83%), लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) के 41 में से 30 (73%), कांग्रेस के 21 में से 14 (67%) और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) के 26 में से 12 (46%) कैंडिडैट करोड़पति हैं।
इन उम्मीदवारों की घोषित संपत्ति 1 करोड़ से अधिक है। पहले चरण की 71 विधानसभा सीटों के 1066 कैंडिडैटो में से 1064 कैंडिडैटो के लिए प्राप्त जानकारियों में सबसे अधिक अमीर मोकामा के अनंत कुमार सिंह है, जो राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) से चुनाव लड़ रहे हैं। इनकी चल और अचल संपत्ति 68 करोड़ रुपये है। वहीं, कांग्रेस के गजानंद शाही इस मसले में दूसरे और जनता दल (यूनाइटेड) मतलब जेडीयू की मनोरमा देवी तीसरे स्थान पर हैं।
वहीं, 5 कैंडिडैट ऐसे हैं, जिन्होंने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की हुई है। मुंगेर से निर्दलीय प्रत्याशी कपिलदेव मंडल, जागरूक जनता पार्टी के अशोक कुमार, राष्ट्रीय स्वतंत्र पार्टी के प्रभु सिंह और एनसीपी के गोपाल निषाद ने अपनी संपत्ति शून्य घोषित की है।



हलफनामे के मुताबिक, लोग जनपार्टी-सेकुलर के रिंकू कुमार ने अपनी संपत्ति 2700 रुपये घोषित की है। वहीं दूसरी ओर, अखिल हिंद फॉरवर्ड ब्लॉक (क्रांतिकारी) ने 9 हजार रुपये और निर्दलीय लालधारी सिंह ने 10 हजार रुपये की सम्पत्ति घोषित की है। यहां खास बात ये भी है कि सबसे अधिक संपत्ति वाले अनंत कुमार सिंह की देनदारी भी सबसे अधिक है। उन्होंने अपनी देनदारी 17 करोड़ रुपये घोषित की है।
वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के शंभूनाथ यादव ने भी 13 करोड़ से भी अधिक की देनदारी दिखाई है। एडीआर के आंकड़ों के मुताबिक, 11% यानी 116 कैंडिडैटो ने अपना पैन विवरण घोषित नहीं किया है।
5 करोड़ या उससे अधिक की संपत्ति घोषित करने वाले कैंडिडैटो का प्रतिशत 9 है। जबकि 12% कैंडिडैटो की संपत्ति दो करोड़ से पांच करोड़ के मध्य में है। वहीं, 50 लाख से दो करोड़ के बीच 28% उम्मीदवार हैं। 10 लाख से पचास लाख के बीच 30% प्रत्याशी हैं। वहीं 22% उम्मीदवार ऐसे हैं, जिनकी संपत्ति 10 लाख से कम है।
मुख्य दलों में जनता दल (यूनाइटेड) मतलब जेडीयू के 35 कैंडिडैटो की औसतन संपत्ति 8.12 करोड़ रुपये है। राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के 41 उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 6.98 करोड़ रुपये, कांग्रेस के 21 उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 6.03 करोड़ रुपये, एलजेपी के 41 उम्मीवारों की औसतन संपत्ति 4.62 करोड़ रुपये, बीजेपी के 29 उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 3.10 करोड़ रुपये और बीएसपी के 26 उम्मीदवारों की औसतन संपत्ति 1.36 करोड़ रुपये है।
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