कोरोना महामारी से बचने के लिए हर देश कोरोना की वैक्सीन बनाने में लगा हुआ है । इसी क्षेत्र में भारत दूसरे चरण में प्रवेश कर गया है । कोरोना संक्रमण से सुरक्षा के लिए तैयार की जा रही स्वदेशी वैक्सीन covaccine के बूस्टर डोज का नतीजा उत्साह बढ़ाने वाला रहा है। वालंटियर को जो सैंपल लिए गए थे उन सैंपल की रिपोर्ट आ गई है और सैंपल में पहली डोज की तुलना में दूसरी बूस्टर डोज में एंटीबॉडीज की संख्या और अधिक मिली है।



अब वैक्सीन के ट्रायल का दूसरा चरण शुरू हो चुका है उम्मीद की जा रही है कि जनवरी 2021 की शुरुआत में कोरोना की स्वदेशी वैक्सीन नए साल के तोहफे के रुप में भारत के लोगों को मिलेगी । स्वदेशी कोरोना वैक्सीन के दूसरे मानक ट्रायल के लिए वॉलिंटियर्स की स्क्रीनिंग शुरू की जा रही है रविवार को 10 लोगों की इस के लिए जांच की गई है ट्रायल के दूसरे चरण में 55 वालंटियर बनाए जाने हैं ।
प्रखर अस्पताल के फिजिशियन डॉक्टर जेएस कुशवाहा ने बताया है कि इस बार पहली डोज देने के बाद 28 दिन बाद दूसरी डोज दी जाएगी उसके 28 दिनों के बाद फिर सैंपल लिए जाएंगे । उसके बाद 42 दिन , 56 दिन और फिर 108 दिन पर सैंपल लेकर एंटीबॉडी की जांच की जाएगी । वॉलिंटियर्स के ब्लड सैंपल लेकर आईसीएमआर की दिल्ली स्टेट लैब भेज दिया गया है वहीं वॉलिंटियर्स के आयु वर्ग का दायरा बढ़ा दिया गया है। इस बार 12 से 65 साल तक के व्यक्तियों को वालंटियर बनाया गया है तथा उनकी जांच की जा रही है उनके सैंपल लिए जा रहे हैं।
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